۴ آذر ۱۴۰۳ |۲۲ جمادی‌الاول ۱۴۴۶ | Nov 24, 2024
इत्रे क़ुरआन

हौज़ा / अल्लाह तआला की आज़माइश के दौरान इसराईल की औलाद ने मुश्किलों और मुश्किलों को सहा और उनमें कामयाब हुई, जो उनके लिए अल्लाह की मदद और नजात का सबब बनी है।

हौजा न्यूज एजेंसी

तफसीर; इत्रे क़ुरआन: तफसीर सूरा ए बकरा 

بسم الله الرحـــمن الرحــــیم  बिस्मिल्लाह हिर्रहमा निर्राहीम
وَإِذْ فَرَقْنَا بِكُمُ الْبَحْرَ فَأَنجَيْنَاكُمْ وَأَغْرَقْنَا آلَ فِرْعَوْنَ وَأَنتُمْ تَنظُرُونَ  वा इज़ फ़रकनाबेकुम अल बहरा फअनंजैनाकुम वा अग़रक़ना आला फ़िरऔना वा अंतुम तनंजोरून  (बक़रा 50)

अनुवादः और (उस समय को याद करो) जब हमने तुम्हारे लिए समुद्र को चीर डाला (उसे फाड़ डाला और तुम्हारे लिए रास्ता बना दिया) और तुम्हें बचा लिया और तुम्हारे देखते-देखते फ़िरऔनों को डुबा दिया।

📕 कुरान पर टीका: 📕

1️⃣    इस्राएली नील नदी के तट पर सेना द्वारा घिरे हुए थे।
2️⃣    बनी इसराईल नदी पार करके बच गए और फिरौन अपनी सेना सहित नदी में डूब गया।
3️⃣    नदी के फटने से फिरौन और उसकी सेना डूब गई और उसकी मौत हो गई।
4️⃣   आलमे तबीयत के असबाब पर अल्लाह की हाकिमयत है
5️⃣   अल्लाह तआला की आज़माइशों के दौरान इस्राईल की औलाद ने मुश्किलों और मुश्किलों को सहा और उनमें कामयाब हुई, जो उनके लिए अल्लाह की मदद और नजात का सबब बनी।
6️⃣    अल्लाह की योजना की स्थिति का निर्धारण करने में मनुष्य की कार्रवाई बहुत महत्वपूर्ण है।

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📚 तफसीर राहनुमा, सूरा ए बकरा 
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