۱۳ تیر ۱۴۰۳ |۲۶ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 3, 2024
दिन की हदीस

हौज़ा/हज़रत इमाम जाफर सादिक अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में माहे रमज़ान उल मुबारक में रोज़ा ना रखने के आज़ाब कि ओर इशारा किया हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "सवाबुल आमाल व एक़ाब अलआमाल" पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:

:قال الامام الصادق علیه السلام

مَنْ أَفْطَرَ يَوْماً مِنْ شَهْرِ رَمَضَانَ خَرَجَ رُوحُ اَلْإِيمَانِ مِنْهُ

हज़रत इमाम जाफर सादिक अलैहिस्सलाम ने फरमाया:


जो आदमी माहे रमज़ान उल मुबारक में एक दिन
(बगै़र उज़र शरई के) रोजाना रखें तो रूहे ईमान इससे जुदा हो जाती हैं।


सवाबुल आमाल व एक़ाब अलआमाल,भाग 1,पेंज 236

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