۱۱ تیر ۱۴۰۳ |۲۴ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 1, 2024
मौलाना

हौज़ा/मशहूर शायर ए अहले बैत (अ.स.)मौलाना खुर्रम ज़ैदी साहब ने अपने जन्मदिन के अवसर पर कहा कि आज जो इज्जत और शोहरत मिली हैं,यह अल्लाह तआला और चौदह मासूमिन अ.स.का दिया हुआ सदका हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,मुज़फ्फरनगर/ बिहार के रहने वाले धार्मिक विद्वान मज़हबी शायर, मौलाना खुर्रम ज़ैदी आज 11 रमज़ान को 33 वर्ष के हो गए हैं,

आप हिंदुस्तान की जानी मानी हस्तियों में से एक हैं।आपका जन्म 1990 में 11 रमज़ान को बिहार के एक गांव में हुआ था आपकी उम्र जैसे जैसे बढ़ती गई आप शिक्षा प्राप्त करते गए हिंदुस्तान के बड़े बड़े मदरसों में आपने पढ़ाई की, पढ़ाई के दौरान ही आपको शायरी का शौक हुआ और आपने अहलेबैत अ.स की शान में शेर कहना शुरू कर दिए,

आपने इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम और उनके पूर्वजों की शान में शेर कहने में महारत हासिल की तो आपको लोग पसंद करने लगे इसी तरह आपको बड़ी बड़ी महफिलों में बुलाया जाने लगा आपने अपने शेर के साथ अपनी आवाज़ का भी हुनर दिखाया तो लोग आपको पसंद करने लगे,

आज आपके पूरी दुनिया में चाहने वालो की एक बड़ी  संख्या मौजूद है और जहां उर्दू अदब जानने वाले लोग रहते हैं वहीं आपका नाम बड़े मोहब्बत व अदब से लिया जाता है दुनिया के गोशे में आज आपके नौहे और कसीदे पढ़े जा रहें है।

धार्मिक विद्वान मौलाना खुर्रम ज़ैदी साहब का कहना है आज जो कुछ मेरे पास है ये अल्लाह तआला और चौदह मासूमिन अ.स. का दिया हुआ हैं।

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