हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "सफीनतुल बिहार" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال رسول اللہ صلی اللہ علیه وآله
کن علی عمرك أشح منك علی درهمك ودینادك.
हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने फरमाया:
अपनी उम्र के बारे में दिरहम व दीनार से ज़्यादा कंजूसी करों, (अपनी उम्र को (बेहूदा) बेकार अपने हाथ से न जाने दो)
सफीनतुल बिहार,भाग 2,पेज 258