हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,रसूले ख़ुदा हज़रत मुहम्मदे मुस्तफ़ा स.ल.व.व.ने यह दुआ बयान फ़रमाई हैं:
اَللّٰهُمَّ اجْعَلْنِی فِیهِ مُحِبّاً لِاُوْلِیائِكَ وَمُعادِیاً لِاَعْدائِكَ، مُسْتَنّاً بِسُنَّةِ خاتَمِ أَنْبِیائِكَ، یَاعاصِمَ قُلُوبِ النَّبِیِّینَ ۔
ऐ माबूद! आज के दिन मुझे अपने दोस्तों का दोस्त करार दें,और अपने दुश्मनों का दुश्मन और मुझे अपने आखिरी नबी स.ल.व. की सुन्नत पर क़ायम रख,ए नबियों के दिलों की निग़ेहदारी करने वाले,