हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "उसूले काफी" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام الباقر علیه السلام
إنَّ العَبدَ لَيُذْنِبُ الذَّنْبَ فَيُزْوى عَنهُ الرِّزْقُ
हज़रत इमाम मुहम्मद बाकिर अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
अल्लाह तआला का बंदा कभी ऐसे गुनाह को अंजाम नही देता हैं। जिस कि वजह से रोजी दूर हो जाती है यानी वह तंग अर्थव्यवस्था में गिरफ्तार हो जाता हैं।
उसूले काफी,भाग 3,पेंज 371
आपकी टिप्पणी