हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, ईरान की इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता आयुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली ख़ामेनई ने जोर-जोर से और लगातार चिल्लाते हुए आइम्मा (अ) का ज़िक्र करने से संबंधित सवाल का जवाब दिया है। जो लोग शरई मसाइल मे दिल चस्पी रखते है हम उनके लिए पूछे गए सवाल और उसके जवाब का पाठ बयान कर रहे है।
प्रश्न: क्या जोर-जोर से और लगातार चिल्लाते हुए आइम्मा (अ) का जिक्र करना जायज़ है?
उत्तर। यदि इससे धर्म का अपमान या मासूमीन (अ) की अजादारी का अपमान नहीं होता तो अपने आप में कोई समस्या नहीं है।