होज़ा न्यूज़ एजेंसी
मस्अला: मुजतहिद और मरजा तकलीद मे क्या अंतर है?
मुजतहिद वह है जो कुरान और रिवायतो से हुक्मे इलाही प्राप्त करता है।
लेकिन;
मरजा ए तक़लीद का स्तर ऊंचा है
अर्थात
मुजतहिद होने के साथ-साथ
वाजिब है कि
पुरूष हो
वयस्क (बालिग़) हो
बुद्धिमान (आक़िल) हो
शिया इस्ना अशरी हो
हलाल ज़ादा हो
जिंदा हो
एहतियाते वाजिब की बिना पर दुनिया का लालची न हो।
आदिल हो
आलिम हो
तौज़ीह अल मसाइल मराजे, भाग 1, मस्अला 1 और 2