۱۳ تیر ۱۴۰۳ |۲۶ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 3, 2024
मुत्आ

हौज़ा | इन जैसी स्त्रियों के साथ मुताअ करना बहुत ही घृणित कार्य है; लेकिन यदि कोई इनके जैसी स्त्रियों से विवाह करना चाहता है, तो व्यभिचार और अनैतिकता जैसे कार्यों से बचना अनिवार्य है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी

मसला: व्यभिचारी और बुरे चरित्र वाली महिलाओं के साथ मुताअ करने के बारे में क्या हुक्म है?

आयात ए एज़ाम इमाम ख़ुमैनी, बहजत, ख़ामेनई और साफ़ी गुलपाएगानी:

इन जैसी स्त्रियों के साथ मुताअ करना घोर घृणित काम है;

लेकिन;

यदि कोई इनके जैसी स्त्रियों से विवाह करना चाहता है तो उसे व्यभिचार तथा बुरे आचरण से बचना अनिवार्य है।

इमाम ख़ुमैनी, तहरीर अल-वसीला, भाग 2, अल-निकाह अल-मुनक़तेआ, मस्अला न 18; खामेनई, इस्तिफतात, सवाल 164; साफी, हिदायत अल-इबाद, भाग 2, अल-निकाह अल-मुनकतेआ, मस्अला न. 18।

आयात ए एजाम तबरेज़ी, सिस्तानी, फ़ाज़िल, मकारिम, नूरी और वहीद ख़ुरासानी:

एहतियात वाजिब के आधार पर  तौबा से पहले जायज़ नहीं है।

नूरी और फ़ाज़िल, हाशिया अल अरवा, भाग  2, बाब अल-निकाह, 4, मस्अला 17; सिस्तानी, मिन्हाज अल-सालेहीन, भाग 2, अल-निकाह, 261; वहीद, मिन्हाज अल-सालेहीन, भाग 3, मस्अला. 1303; मकारिम, इस्तिफतात, भाग 2, पृष्ठ 927; तबरेज़ी, मिन्हाज अल-सालेहीन, भाग 2, 1303।

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