हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "नहजुल बलाग़ा " पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार हैं।
:قال امیرالمؤمنين عليه السلام
اِنَّمـَا الْبـَصـيـرُ مـَنْ سـَمـِعَ فـَتـَفـَكَّرَ وَ نـَظـَرَ فـَأبـْصـَرَ وَانْتَفَعَ بِالْعِبَرِ، ثُمَّ سَلَكَ جَدَداً واضِحاً.
हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
सहाबे बसीरत वह हैं जो सुने तो गौर भी करें, और देखें तो निगाह भी करें और इब्रतो से फायदा हासिल करके सीधे और रौशन रास्ते पर चल पड़े,
नहजुल बलाग़ा,खुत्बा नं 152,पेंज 474