हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,सैय्यद इब्राहीम रईसी का कहना है कि ईरानी जनता और इस्लामी क्रांति की ओर से फ़िलिस्तीन की अत्याचार ग्रस्त जनता का समर्थन ही उससे दुश्मनी का कारण है।
राष्ट्रपति रईसी ने कहा है कि अत्याचारग्रस्तों की सहायता करना ईरान की नीति है।
सैयद इब्राहीम रईसी ने शनिवार को ज़नजान में एक जनसमूह को संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने केरमान के गुलज़ारे शोहदा की आतंकी घटना की निंदा करते हुए कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में दुश्मनों के षडयंत्रों के बावजूद ईरानी राष्ट्र अपने पैरों पर खड़ा है और विजयी होगा।
उन्होंने विज्ञान एवं तकनीक के क्षेत्र में इस्लामी गणतंत्र ईरान की प्रगति का उल्लेख करते हुए कहा कि कड़े प्रतिबंधों के बावजूद ईरानी राष्ट्र ने बड़ी-बड़ी उपलब्धियां अर्जित कीं।
ईरान के राष्ट्रपति का कहना है कि ईश्वरीय मूल्यों का पालन करते हुए प्रगति हासिल की जा सकती है। उन्होंने कहा कि दुश्मन यह सोच बैठा था कि ईरानी वैज्ञानिकों की हत्या करके वह हमारे परमाणु उद्योग को ही समाप्त कर देगा हालांकि एसा कुछ भी नहीं हुआ।
राष्ट्रपति रईसी ने कहा कि इस बात को क्षेत्रीय नेता एवं अधिकारी और विशेषज्ञ भी मानने लगे हैं कि वर्चस्ववादियों का मुक़ाबला करते हुए ईरान, अपने लक्ष्यों की ओर तेज़ी से बढ़ रहा है।
उन्होंने ग़ज़्ज़ा के परिवर्तनों का उल्लेख करते हुए कहा कि ईरानी राष्ट्र और शहीद क़ासिम सुलैमानी के साथ शत्रुता का मुख्य कारण यह है कि ईरान राष्ट्र और इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता, फ़िलिस्तीन की अत्याचार ग्रस्त जनता का खुलकर समर्थन करते हैं। ईरान के राष्ट्रपति का कहना था कि अवैध ज़ायोनी शासन का अंत होकर रहेगा।