۱۱ تیر ۱۴۰۳ |۲۴ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 1, 2024
शरई अहकाम

हौज़ा / इंसान मामूली कमज़ोरी की वजह से रोज़ा नहीं छोड़ सकता लेकिन अगर कमज़ोरी इस हद तक हो कि बर्दाश्त ना हो सके तो फिर रोज़ा छोड़ने में कोई हाई नहीं है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली सिस्तानी से पूछे गए सवाल का जवाब दिया हैं जो शरई मसाईल में दिलचस्पी रखते हैं उनके लिए यह बयान किया जा रहा हैं।

सवाल : क्या इंसान छोटी-मोटी कमज़ोरी की वजह से रोज़ा छोड़ सकता हैं?

जवाब: इंसान मामूली कमज़ोरी की वजह से रोज़ा नहीं छोड़ सकता लेकिन अगर कमज़ोरी इस हद तक हो कि बर्दाश्त ना हो सके तो फिर रोज़ा छोड़ने में कोई हाई नहीं हैं।

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