۴ آذر ۱۴۰۳ |۲۲ جمادی‌الاول ۱۴۴۶ | Nov 24, 2024
शरई अहकाम

हौज़ा / सर पानी में डुबोने से रोज़ा बातिल नहीं होता है लेकिन शदीद मकरूह हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली सिस्तानी से पूछे गए सवाल का जवाब दिया हैं जो शरई मसाईल में दिलचस्पी रखते हैं उनके लिए यह बयान किया जा रहा हैं।

सवाल : क्या सर को पानी में डुबोने से रोज़ा बातिल हो जाता है?

उत्तर: सर पानी में डुबोने से रोज़ा बातिल नहीं होता है लेकिन शदीद मकरूह हैं।

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