हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "बिहारूल अनवार" पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام الصادق علیه السلام
المغبون من غبن عمره ساعة بعد ساعة!
हज़रत इमाम जफार सादीक अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
घाटा और नुकसान करने वाला आदमी वह है जो हर वक्त अपनी उम्र को अपने हाथ से देता रहे।
बिहारूल अनवार,भाग 78,पेज 152