हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित रिवायत "बिहार उल-अनवार" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
قال رسول الله صلی الله علیه وآله وسلم:
تَمامُ عِيادَةِ المَريضِ اَنْ يَضَعَ اَحَدُكُمْ يَـدَهُ عَـلَيْهِ وَ يَسْـأَلَهُ كَيْفَ هُوَ كَيْـفَ اَصْبَـحْتَ وَ كَيْفَ اَمْسَيْتَ؟ وَ تَمامُ تَحِيَّتِكُمْ الْمُصافَحَةُ
रसूले खुदा (स) ने फ़रमाया:
बीमार व्यक्ति के पास जाने का शिष्टाचार यह है कि आप में से कोई उसके (कंधे आदि) पर हाथ रखे और उससे पूछे कि आप कैसे हैं। और आपने अपनी सुबह और रात कैसे बिताई? और तुम्हारी पूरी स्थिति उसका हाथ मिलाने की है।
बिहार उल-अनवार, भाग 81, पेज 226