۲ آذر ۱۴۰۳ |۲۰ جمادی‌الاول ۱۴۴۶ | Nov 22, 2024
इत्रे क़ुरआन

हौज़ा | पृथ्वी और आकाश में जो कुछ भी है उसका एकमात्र स्वामी अल्लाह है। यह तथ्य कि अल्लाह सर्वशक्तिमान ब्रह्मांड का स्वामी है, सभी प्रकार के उत्पीड़न के निषेध का प्रमाण है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी

بسم الله الرحـــمن الرحــــیم   बिस्मिल्लाह अल-रहमान अल-रहीम
وَلِلَّهِ مَا فِي السَّمَاوَاتِ وَمَا فِي الْأَرْضِ ۚ وَإِلَى اللَّهِ تُرْجَعُ الْأُمُورُ  वल्लाहे मा फिस्समावाते वमा फ़िल अर्ज़े वा एलल लाहे तुरजउल उमूर (आले-इमरान, 109)

अनुवाद: और जो कुछ आसमानों में है और जो कुछ ज़मीन में है। सब कुछ अल्लाह का है और सभी मामले अल्लाह के पास लौट आते हैं।

क़ुरआन की तफसीर:

1️⃣ धरती और आकाश में जो कुछ है उसका एकमात्र मालिक अल्लाह है।
2️⃣ अल्लाह सर्वशक्तिमान का ब्रह्मांड का स्वामी होना सभी प्रकार के उत्पीड़न को नकारने का एक तर्क है।
3️⃣ ब्रह्मांड की रचना का मूल अल्लाह का सार है।
4️⃣ विश्वव्यापी सत्ता गतिशील एवं चलने की स्थिति में है।
5️⃣ सभी मामलों की बागडोर और ब्रह्मांड की नियति अल्लाह की शक्ति में है।


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तफ़सीर राहनुमा, सूर ए आले-इमरान

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