۱۱ تیر ۱۴۰۳ |۲۴ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 1, 2024
शरई अहकाम

हौज़ा / अगर जिंदा शिकार किया गया है अगर चे बेहोश ही क्यों ना हो कोई हर्ज नहीं हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली सिस्तानी से पूछे गए सवाल का जवाब दिया हैं जो शरई मसाईल में दिलचस्पी रखते हैं उनके लिए यह बयान किया जा रहा हैं।

सवाल : अगर मछली को पानी में बेहोश करने के बाद उसका शिकार किया जाए तो क्या हुक्म हैं?

जवाब : अगर जिंदा शिकार किया गया है अगर चे बेहोश ही क्यों ना हो कोई हर्ज नहीं हैं।

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