हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,हर साल की तरह इस साल भी अंजुमन अब्बासिया के नेतृत्व में निकल गया चेहल्लुम का जुलूस, मुकामी और बिरूनी अंजुमनों ने किया नौहा व मातम
पहले मजलिस को मौलाना असगर ने संबोधित किया उन्होंने कहा बेटा पैदा होना कमाल नहीं है, बल्कि बेटा बने रहना कमाल है। नूह नबी का बेटा अमल की खराबी से बेटा नहीं रहा, लेकिन मोहम्मद इब्ने अबीबक्र को अली ने अपना बेटा कहा है।
उन्होंने अबुतालिब को याद करते हुए कहा पूरी दुनिया में एक अबुतालिब ही हैं जिन्हें अल्लाह ने कमाल बख्शा। अबुतालिब का बेटा भी इमाम हुआ और फिर 12 इमाम उन्हीं की नस्ल में रहे।
जुलूस के दौरान अंजुमनों ने नौहा मातम किया, जिसे देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए इस दौरान रजा हॉस्पिटल की ओर से एक मेडिकल कैम्प भी लगाया गया, जिसमें डॉक्टर शाहिद, डॉक्टर शिव शंकर, डॉक्टर हैदर, भास्कर गुप्ता, दिवाकर, उत्तम सिंह, फुरकान खान, दानिश, इकरार आदि उपस्थित रहे।
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