हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित रिवायत "नहजुल-बलाग़ा" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
قال امیرالمؤمنين عليه السلام:
اِنَّهُ لَيْسَ لِأَنْفُسِكُمْ ثَمَنٌ إِلاَّ الْجَنَّةَ، فـَلا تَبيعـُوها الا بها
अमीरुल मोमेनीन हज़रत अली (अ) ने फ़रमाया:
बेशक तुम्हारी आत्माओं की कीमत "जन्नत" से कम नहीं है, इसलिए अपने आप को जन्नत से कम कीमत पर कभी मत बेचो।
नहजुल बलाग़ा, हिकमत 456
आपकी टिप्पणी