हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, इस रिवायत को "बिहारूल अनवार" पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام المجتبی علیه السلام
إذا سَمِعتَ أحَدا یَتَناوَلُ أعراضَ النّاسِ فَاجتَهِد أن لایَعرِفَک
हज़रत इमाम हसन अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
जब भी सुनो कि कोई व्यक्ति लोगों की आबरू रेज़ी कर रहा है तो कोशिश करो कि वह तुम्हें पहचाने नहीं (यानी ऐसे व्यक्ति से दूरी बना लो)
बिहारूल अनवार,भाग 74,पेज 198
आपकी टिप्पणी