हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "बिहारूल अनवार" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام السجاد علیہ السلام
لایومَ كَیَومِ الحسینِ علیهالسلام، اِزْدَلَفَ اِلَیه ثلاثونَ اَلفَ رَجُلٍ یزَعمونَ أنَّهم مِن هذِهِ الأُمَّةِ، كُلٌّ یتقرَّبُ الَی اللهِ عزَّوجلَّ بِدَمِه!
हज़रत इमाम सज्जाद अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
कोई भी दिन ( मेरे बाबा )इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की मुसीबत के दिन जैसा नहीं हैं, कि जब 3हज़ार आदमियों (योद्धाओं) ने कि जो सब के सब मुसलमान होने का दावा कर रहे थें,
आप अलैहिस्सलाम को घेरे में ले लिया और इनमें से हर एक इनका खून बहाकर अल्लाह ताला का तक्रूब हासिल करने की तलाश में था,
बिहारूल अनवार,भाग 22,पेंज 274