शुक्रवार 12 दिसंबर 2025 - 12:37
सीरते हज़रत फातेमा ज़हेरा स.ल.में निजात,बेदारी और सामाजिक इस्लाह मौजूद है

हौज़ा / हुज्जतुल इस्लाम शेख़ अहमद अली नूरी ने कहां,सैय्यदा (स.अ.) के जन्मदिवस और महिला दिवस के अवसर पर कि हज़रत फ़ातिमा ज़हरा (स.अ.) का पावन जीवन अज्ञानता के अंधकार में बुद्धि का प्रकाश, अत्याचार और ज़ुल्म के विरुद्ध सत्य की सर्वोच्च आवाज़ और महिलाओं के लिए सम्मान और प्रतिष्ठा का सर्वोत्कृष्ट उदाहरण है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , जी.बी. काउंसिल के सदस्य और मजलिस-ए उलमा-ए मकतब-ए अहल-ए बैत (अ.स.) के अध्यक्ष हुज्जतुल इस्लाम शेख अहमद अली नूरी ने रसूल (स.अ.व.) की सुपुत्री, सैय्यदा निसाउल आलमीन हज़रत फ़ातिमा ज़हरा (स.अ.) के पवित्र जन्मदिवस के शुभ अवसर पर अपने बधाई संदेश में पूरी मुस्लिम उम्मत और ईमान वालों को हार्दिक मुबारकबाद देते हुए कहा है कि हज़रत फ़ातिमा ज़हरा (स.अ.) उम्मे अबीहा, ख़ैरुन निसा, पवित्रता और बेगुनाही के स्रोत तथा ईमान, चरित्र, शर्म, बहादुरी और ईश्वर-ज्ञान के वह चमकते मीनार हैं, जिनकी सीरत हर युग के इंसान के लिए मार्गदर्शक प्रकाश है।

उन्होंने आगे कहा कि हज़रत ताहिरा (स.अ.) का पवित्र जीवन अज्ञानता के अंधकार में बुद्धि का प्रकाश, अत्याचार और ज़ुल्म के विरुद्ध सत्य की सर्वोच्च आवाज़ और महिलाओं के लिए सम्मान और प्रतिष्ठा का सर्वोत्कृष्ट उदाहरण है।

उन्होंने कहा कि आज के चुनौतियों भरे दौर में हज़रत ज़हेरा (स.अ.) की सीरत को अपनाना ही मुक्ति, जागरण और सामाजिक सुधार की आधारशिला है। उनके पवित्र आदर्शों पर चलकर ही हम समाज में न्याय, प्रेम, एकता और शांति स्थापित कर सकते हैं।

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