हैज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, वेब न्यूज़ 'आजिल' ने अपने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि इस साल हज 1442 हिजरी 2021 के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा निर्धारित नियमों के अनुसार कहा गया है कि जो लोग हज के लिए जाना चाहते हैं, वे हज के महीने से पहले कोरोना वैकसीन का कोर्स पूरा कर लें।
विदेश से आने वाले हाजीयो का पुनः कोरोना टेस्ट होगा
सूत्रों ने आगे कहा कि विदेश से आने वाले तीर्थयात्रियों को विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा अनुमोदित कोरोनावायरस वैक्सीन के साथ टीका लगाए जाने का प्रमाणित प्रमाण भी देना होगा, जिससे यह स्पष्ट हो कि हज अदा करने के लिए आने से पहले कम से कम 2 सप्ताह पहले कोरोना वैक्सीन का कोर्स पूरा किया है।
नियमों में आगे कहा गया है कि हज के मौसम के दौरान काम करने वालों को राज्य द्वारा अनुमोदित कोरोना वैक्सीन की खुराक हासिल कर चुके हो। हज के मौसम के दौरान काम करने वालों को स्थायी रूप से मास्क पहनना आवश्यक होगा।
विदेशियों को 72 घंटे के लिए कोरंटाइन किया जाएगा
इस साल, हज के लिए निर्धारित नियमों के अनुसार, देश में आने से 72 घंटे पहले पीसीआर टेस्ट कराना जरूरी होगा। देश में आने वाले हज यात्रियों को 72 घंटे के लिए कोरंटाइन किया जाएगा, जिसके 48 घंटे बाद नामित और अनुमोदित फील्ड सेवा दल तीर्थयात्रियों का फिर से परीक्षण करेंगे।
हज के मौसम से पहले, मक्का और मदीना में 60% अनुमोदित आयु (18-60) वर्ष वाले लोगो को टीका लगाया जाएगा।
सामाजिक दूरी बनाए रखना और मास्क पहनना अनिवार्य होगा
निर्धारित कार्यक्रम और एहतियाती उपायों के तहत हज यात्रियों को उनके आवासों से निकाला जाएगा, जिसमें सामाजिक दूरी और मास्क के पालन का सिद्धांत शामिल होगा।
तीर्थयात्रियों को अपने निवास और निवास स्थानों के बीच एक से डेढ़ मीटर की दूरी रखनी चाहिए। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए तीर्थ्यात्रियों के अलग-अलग समूह बनाए जाएंगे। प्रत्येक समूह 100 लोगों से अधिक नहीं होगा।
स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि मंत्रालय की टीमें निर्धारित नियमों के कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए सभी संबंधित एजेंसियों के साथ संपर्क में हैं।