हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, वेफ़ाक़ुल मदारिस शिया पाकिस्तान के केंद्रीय समन्वय सचिव और मदीनातुल इल्म इस्लामाबाद विश्वविद्यालय के निदेशक हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन डॉ. सैयद मुहम्मद नजफी ने इमामे ज़माना (अ.त.फ.श.) के जन्म दिन की पूर्व संध्या पर अपने विशेष संदेश मे कहा इमाम ज़माना (अ.त.फ.श.) का अस्तित्व मानवता के लिए मोक्ष का कारण हैं, इसलिए इस बात की जरूरत है कि इमाम ज़माना (अ.त.फ.श.) को एक ही वर्ग अथवा किसी धर्म के साथ जोड़ना उत्पीड़न कहा जाएगा।
अल्लामा नजफ़ी ने आगे कहा कि शिया और सुन्नी विद्वानों की आम रिवायतो मे इमाम महदी (अ.त.फ.श.) के व्यक्तित्व और उनके ज़हूर और उनके वलीउल्लाह-उल-आज़म के शीर्षक के तहत लगातार दर्ज किया है।
उन्होंने आगे कहा कि कुरान की तरह, इमाम भी पूरी मानवता के लिए एक मार्गदर्शक है क्योंकि वह कुरान का कथन है। उन्होंने कहा कि इमाम को मुसलमानों के कामों और कर्मो के बारे में पता है और हमारे कामों की किताब दैनिक आधार पर इमाम ज़माना (अ.त.फ.श.) के पास जाती है, इसलिए हमें अपने कामों का हिसाब देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इमाम महदी (अ.त.फ.श.) के ज़हूर का मार्ग प्रशस्त करना, मुनतज़ेरीन के सबसे महत्वपूर्ण कर्तव्यों में से एक है। दुआ है परवरदिगार आपके ज़हूर मे जल्दी करके दुनिया को जल्द ही न्याय से भर दे।