हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट अनुसार, 18 जून के चुनाव में जनता की भरपूर भागीदारी के बाद इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर ने एक संदेश जारी करके ईरानी राष्ट्र को चुनाव का सबसे बड़ा विजेता क़रार दिया है।
उनका संदेश निम्नलिखित है।
बिस्मिल्लाहिर रहमानिर रहीम
महान व गौरवशाली ईरानी राष्ट्र!
18 जून के चुनाव में पूरे जोश के साथ भरपूर भागीदारी, आपके कारनामों का एक और रौशन अध्याय बन गई है। उन कारणों के बावजूद, जिनमें से हर एक, चुनाव में भागीदारी का रंग फीका कर सकता था, देश भर में पोलिंग स्टेशनों पर आप की भीड़ के मनमोहक नज़ारे, मज़बूत संकल्प, उम्मीद से भरे दिल और जागरूक नज़रों की स्पष्ट निशानियां हैं।
कल के चुनाव का सबसे बड़ा विजेता ईरानी राष्ट्र है, जो एक बार फिर दुश्मन के बिके हुए मीडिया के प्रोपेगंडों, धोखा खाए हुए और बुरा चाहने वाले लोगों के उकसावों के मुक़ाबले में उठ खड़ा हुआ और देश के राजनैतिक मंच के केंद्र में अपनी उपस्थिति का इतिहास रच दिया। कमज़ोर वर्गों की आर्थिक शिकायतें, महामारी की चिंता, महीनों पहले शुरू हो जाने वाले विरोधी बयान और वोटिंग के दिन कभी कभी मतदान में होने वाली कुछ रुकावटें, इनमें से कोई भी चीज़ ईरानी राष्ट्र को रोक नहीं सकी और राष्ट्रपति और नगर व ग्राम परिषदों के अहम चुनावों में कोई भी मुश्किल नहीं आयी। मैं ख़ुदा के सामने सिर झुकाता हूँ कि उसने ईरानी राष्ट्र को जो शक्ति प्रदान की और उसने इस्लामी गणराज्य पर मेहरबानी की जो नज़र डाली, उस पर मैं उसका अपार आभार जताता हूं। मैं ईरान की जनता से कहता हूं कि आप हमेशा ख़ुश रहिए और जनता के चयन से राष्ट्रपति पद या देश भर में नगर व ग्राम परिषदों की सदस्यता हासिल करने में कामयाब होने वाले उम्मीदवारों को मुबारकबाद देने के साथ ही यह बात याद दिलाना चाहता हूं कि इस वफ़ादार और क़ानून के ज़रिए निर्धारित कर्तव्यों को भरपूर ढंग से पूरा करने वाले राष्ट्र के आभारी रहिए। देश व राष्ट्र की सेवा के लिए अवसर को उचित समझिए और ख़ुदाई ज़ज़्बों को हमेशा अपनी आंखों के सामने रखिए।
मैं, सम्मानीय गार्जियन कौंसिल, गृह मंत्रालय, सुरक्षा संस्थाओं, मेहनती संचार माध्यमों, सम्मानीय उम्मीदवारों और उन सभी लोगों का शुक्रिया अदा करता हूं, जिन्होंने इस बहुत बड़े इम्तेहान में किसी न किसी रूप में सहयोग किया। मैं इमाम महदी पर दुरूद व सलाम भेजता हूं जो इस देश और इस व्यवस्था के असली मालिक हैं। इमाम ख़ुमैनी के लिए, जो ईरानी राष्ट्र के इस महान आंदोलन के संस्थापक हैं और महान शहीदों के लिए जो देश के सबसे बड़े कारनामों में शामिल हैं, दर्जों की बुलंदी की दुआ करता हूँ।
सैयद अली ख़ामेनेई
19/6/2021