हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को " एनाबीयुल मवाद्दत्त" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
حضرت پیغمبر اکرم صلى الله عليه وآله وسلم نے فرمایا
أقدم أُمتي سلماً و أكثرهم علماً و أصحهم ديناً و أفضلهم يقيناً و أكملهم حلماً و أسمحهم كفاً و أشجعهم قلباً علي و هو الإمام على أُمتي
हज़रत रसूल अल्लाह(स.अ.व.व.)ने फरमाया:
हज़रत अली अलैहिस्सलाम ! मुसलमान होने में सबसे आगे, सबसे ज़्यादा आलिम, दिन में सबसे ज़्यादा खालीक, यकीन में सबसे ज्यादा अफज़ाल, हिल्म और बुर्दबारी में सबसे कामिल, सबसे ज़्यादा सखी और मेरी उम्मत में सबसे ज़्यादा बहादुर है, और वह मेरे बाद इमाम और मेरी उम्मत के रहनुमा (पेशवा) है।
एनाबीयुल मवाद्दत्त,पेंज 76
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