हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,इस रिवायत को "
कन्ज़ुल उम्माल" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال رسول اللہ صلى الله عليه وآله وسلم
لَو أنَّ السَمواتِ وَالأرضَ وُضِعَت فی کفّة میزانٍ وَ وُضِعَ ایمانُ عَلیٍّ فی کفَّةِ میزانٍ لَرُجِّحَ ایمانُ عَلِیٍّ عَلَی السّموات وَالأرض
हज़रत रसूल अल्लाह(स.अ.व.व.)ने फरमाया:
अगर आसमान और ज़मीन को तराज़ू के एक पलड़े में और हज़रत अली इब्ने अबी तालिब अलैहिस्सलाम के ईमान को तराज़ू के दूसरे पलड़े में रखा जाए तो इमाने अली इब्ने अबी तालिब अलैहिस्सलाम वज़न ज़मीन और आसमान के वजन से ज़्यादा भारी होगा,
कन्ज़ुल उम्माल,भाग 11,पेंज 617
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