हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,ईरान,कुम अंजुमने आले यासीन नजफी हाउस मुंबई के छात्र रह रहे कुम में माहे मोहर्रमुल हराम में 12 दिन मजलिसे अज़ा का आयोजन किये जिसमें अलग-अलग उलेमा और खोतबा ने सभा को संबोधित किया उन्हीं मजलिसों में से मौलाना शेख़ रेहान हैदर कुम्मी ने भी एक मजलिस को संबोधित किया
मौलाना ने कुरान की एक आयत को बयान करते हुए कहां की अल्लाह तआला ने सूरह ज़ारियात कि यआयत नं.56 में साफ शब्दों में बयान कर दिया है कि जिन्नातो और इंसानों को पैदा किया गया है इबादते खुदा के लिए अगर जिंन्नातों इंसान हर काम करें अताअते खुदा छोड़कर तो वह अस्वीकार हैं।
मनुष्य के हर कार्य को स्वीकार किया जाएगा इबादते खुदा के बाद अगर इंसान ने हर काम किया और इबादते खुदा नहीं कियात ते अस्वीकार है।
और इबादत ए खुदा के बाद जिन्नातो इंसान जज़ा के हक़दार हैं।
अंत में मौलाना ने सबके लिए दुआ की खोसुसन उन लोगों के लिए दुआ की जो कोरोना रोग से पीड़ित हैं।
समाचार कोड: 371582
22 अगस्त 2021 - 17:42
हौज़ा/ अल्लाह तआला ने जिन्नातो इंसान को पैदा किया है अपनी अताअत के लिए अगर जिंन्नात इंसान हर काम करें इताअते खुदा छोड़कर तो वह अस्वीकार हैं।