हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,बुनियादे अख्तरे ताबान कुम के कार्यालय में असिराने अहलेबैत अ.स.के ग़म कि मुनासिबत से एक मजलिस का आयोजन किया गया जिसमें कार्यालय के सदस्यों और छात्रों ने भाग लिया।
इस प्रोग्राम में जनाब हसन जय्यदी साहब ने तिलावते कुरान पाक से शुरुआत की और उसके बाद मेहमाने खुसूसी आयतुल्लाह सैय्यद मंज़र हकीम ने खिताबत किया और अहलेबैत अलैहिस्सलाम के फज़ायेल बयान किए
याद रहे कि आप हौज़ाये इल्मिया कुम के बुजुर्ग उस्तादों और मशहूर खतीब हैं।
अपने बयान में ज्ञान और दुनिया के महत्व और महानता का वर्णन किया और कुरान और परंपराओं से विभिन्न धार्मिक शिक्षाओं का उल्लेख किया।
मजलिस के आखिर में नौहा की सूरत में कर्बला के असिरो को याद किया गया
अंत में, अल्लामा सैय्यद सईद अख्तर रिज़वी और तमाम मोमिनीन के लिए सूरह फातिहा पढ़ा गया।