हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई ने कहां,शबे कद्र में जहां पर लोग आमाल करते हैं और अल्लाह से दुआ करते हैं और अल्लाह तआला से यह भी दुआ करें कि अल्लाह तआला इन तमाम दुआओं को कुबूल करें !
इन रातों में जैसा कि कल की रात थी, या आने वाले कल और 23 तारीख़ की रात होगी इन सब रातों में इस्लामी दुनिया के हर कोने में, जहां भी दीन पर अकीदत रखते है, लोगों के गिड़गिड़ाने की आवाज़ें सुनायी दे रही हैं, रोने की आवाज़ें, मदद मांगने की आवाज़ें सुनाई दे रही हैं।
लोगों को चाहिए कि इस रातों में दूसरों के लिए दुआएं कर रहे हैं। आप लोग यह दुआ भी करें कि या अल्लाह! उन सभी मोमिनों की दुआएं क़ुबूल कर जो इन रातों में दुआएं कर रहे हैं। यह भी एक दुआ होनी चाहिए।
शबे क़द्र की रात इबादत की रात है दुआओं की रात है आमाल की रात हैं इस रात में अल्लाह तआला सब की दुआओं को कुबूल करता हैं।
इमाम ख़ामेनेई,