हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट अनुसार, हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई ने व्यापार और पेशेवर साधनों पर ख़ुम्स के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब दिया हैं। जो लोग शरई अहकाम मे रूचि रखते है हम उनके लिए पूछा गया सवाल और उसके जवाब का उल्लेख कर रहे है।
प्रश्न: क्या व्यापार और पेशेवर उपकरणों पर एक बार खुम्स का भुगतान करना पर्याप्त है या हर साल उनके बढ़ते मूल्य पर खुम्स का भुगतान करना आवश्यक है?
उत्तर उनका ख़ुम्स देने के बाद जब तक खुम्स नही होगा जब तब उन्हे बेचा नही जाता और बेचने के बाद उनकी बढ़ती कीमत (मुद्रास्फीति घटाकर) बिक्री के वर्ष के लिए आय के रूप में गिना जाएगा और यदि खुम्स आज तक रहने के खर्च पर कोई खर्च नहीं हुआ है का, तो खम्स का भुगतान करना होगा।