हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट अनुसार, ईरान की इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली ख़ामेनई ने मीरास की क़ीमत की बढ़ोतरी के संबंध मे पूछे गए सवाल का जवाब दिया है। जो लोगो शरई अहकाम मे दिल चिस्पी रखते है हम उनके लिए यहा पर पूछे गए सवाल और उसके जवाब का उल्लेख कर रहे है।
सवाल: मैने मीरास मे मिली अपनी ज़मीन को बीस साल बाद बेच दिया है, क्या इसकी कीमत मे जो बढ़ोतरी हुई है उस पर ख़ुम्स होगा ?
उत्तर: इस पर कोई ख़ुम्स नहीं है, लेकिन अगर आपने इसे लाभ कमाने और इसके मूल्य में वृद्धि करने के इरादे से रखा हो, तो ऐसी स्थिति में इसे बेचने के बाद बढ़े हुए मूल्य को वर्ष की आय मे गणना की जाएगी और यदि यह ख़ुम्स की तारीख तक आपके पास रहती है, तो उस पर ख़ुम्स का भुगतान करना होगा।