होज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, ईरान की इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली ख़ामेनई ने माता-पिता की आज्ञाकारिता के संबंध मे पूछे गए प्रश्न का उत्तर दिया है। शरई अहकाम मे दिल चिस्पी रखने वालो के लिए हम पूछे गए प्रश्न और उसके उत्तर के पाठ का उल्लेख कर रहे है।
प्रश्न: माता-पिता की आज्ञा का पालन करना कहाँ तक अनिवार्य है? क्या निजी जीवन में भी जैसे शैक्षणिक विषयों का चयन और अन्य सभी मामलों में उनका पालन करना आवश्यक है?
उत्तर: माता-पिता की आज्ञाकारिता अपने आप में अनिवार्य नहीं है, लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि माता-पिता का विरोध उन्हें क्रोधित न करे और ध्यान देने योग्य दर्द और पीड़ा का कारण न बने, उदाहरण के लिए उनकी ओर से घृणा और धुतकार का कारण न बने।