हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई ने कहां,किसी भी तदबीर और सियासत के ज़रिए अरबईन मार्च जैसी हक़ीक़त वजूद में नहीं लाई जा सकती। यह सिर्फ़ और सिर्फ़ दस्ते क़ुदरते परवरदिगार का करिश्मा है।
ज़ाहिर है कि अल्लाह तआला इस्लाम पसंदी और इस्लाम नवाज़ी के रुजहान को आगे ले जाने का इरादा रखता है।
आज अरबइन में इतनी बड़ी संख्या में मोमिनीन का शिरकत करना इस बात की दलील है कि अल्लाह इस्लाम और इस्लाम पसंद को कभी फरामोश नहीं करता और उस को हमेशा जिंदा रखता है जो इस्लाम की मदद के लिए आगे आता हैं।