۱۵ تیر ۱۴۰۳ |۲۸ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 5, 2024
दूतावास

हौज़ा/तेहरान में मौजूद ब्रिटिश और नार्वे के राजदूतों को एक हस्तक्षेपवादी नीति अपनाने के लिए ईरान के विदेश मंत्री ने दोनों राजदूतों को अपने कार्यालय में तलब किया

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,तेहरान में नॉर्वे और ब्रिटेन के राजदूत ईरान के आन्तरिक मुद्दों में हस्तक्षेप के विषय में ईरान की आपत्ति के विषय में सूचित करने के लिए उनको बुलाया गया,


पश्चिमी यूरोप के प्रभारी ईरान के विदेशी मामलों के मंत्रालय ने ईरान में हाल के परिवर्तनों के संबंध में नॉर्वेजियन संसद के अध्यक्ष के व्यवहार के जवाब में विदेश मंत्रालय में देश के राजदूत को तलब किया है। इसके साथ ही हाल के बदलावों के दौरान ब्रिटिश फारसी भाषा मीडिया द्वारा अपनाई गई शत्रुतापूर्ण नीति के कारण ब्रिटिश राजदूत को विदेश मंत्रालय में भी तलब किया गया हैं।
उन्हें बताया गया कि नॉर्वे की संसद के अध्यक्ष द्वारा हाल में किए गए परिवर्तनों के बारे में बयान, जिसे ईरान अपने आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप मानता हैं।
 ग्रेट ब्रिटेन और नॉर्वे के राजदूतों ने कहा कि हम ईरान के मामले को पहले अवसर पर लंदन और ओस्लो के अधिकारियों तक पहुंचाएंगे।

ईरान में हाल में हुए बदलावों को लेकर कुछ यूरोपीय अधिकारियों ने ईरान को लेकर कई दावे किए उन्होंने इस संबंध में एक पक्षपाती और एकतरफा नीति अपनाई हैं।

ईरान के आंतरिक मंत्री ने कल कहा था कि कुछ यूरोपीय दूतावास ईरान में शांति और सुरक्षा में तोड़फोड़ करने की कोशिश कर रहे हैं। अहमद वहीदी ने बताया कि इन दूतावासों ने लोगों को भड़काने के लिए "मेहसा अमिनी की मौत" के विषय का इस्तेमाल किए हैं।
 देश की राजधानी तेहरान और कुछ अन्य शहरों में हाल ही में हुए दंगों में जहां उपद्रवियों ने सुरक्षा बलों पर हमला किया, वहीं सार्वजनिक और निजी संपत्तियों को भी काफी नुकसान पहुंचाया. लगभग 61 एम्बुलेंस नष्ट कर दी इस दंगों में अब तक मरने वालों की संख्या 35 हो गई हैं।

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