हौजा न्यूज एजेंसी के अनुसार, ईरान की इस्लामी क्रांति के नेता आयतुल्लाहिल उज्मा सय्यद अली ख़ामेनई ने मुस्लमान का गैर इस्लामी देश मे प्रवास करने से संबंधित सवाल का जवाब दिया है। जो लोग शरई अहकाम मे दिल चस्पी रखते है हम उनके लिए पुछे गए सवाल और उसके जवाब का पाठ बयान कर रहे है।
सवालः क्या एक मुसलमान के लिए गैर-इस्लामिक देश में प्रवास करना जायज़ है?
जवाबः उसके बेवफा होने का डर न हो तो हरज नहीं और हाँ अपने दीन और मज़हब की हिफ़ाज़त करते हुए इस्लाम और मुसलमानों की हिफ़ाज़त करना उस पर वाजिब है और मज़हब और मज़हब के हुक्मों को इस तरह बढ़ावा देना वाजिब है जितना संभव हो।