हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "बिहारूल अनवार,,पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
:قال امام جعفر صادق عليه السلام
مَن ماتَ مُنتظِرا لهذا الأمرِ كانَ كَمَنْ كانَ مَع القائمِ في فُسْطاطِهِ، لا بَلْ كانَ بمنزلةِ الضّاربِ بينَ يدَي رسولُ اللّهِ صلى الله عليه و آله بالسَّيفِ
हज़रत इमाम जाफर सादिक अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
जो भी इस अम्र(ज़ुहूर कायम अ.स.)के इंतेज़ार में इस दुनिया से चला जाए वह उस आदमी की तरह हैं जो हज़रत इमाम ई ज़माना अ.स. के साथ उनके ख़ैमे में हो, फिर फरमाते हैं बल्कि वह उस आदमी की तरह है जो पैगंबर स.ल.व.व. के आगे-आगे तलवार से दुश्मन का मुकाबला कर रहा हो,
बिहारूल अनवार,69/146/52