हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "मुंतखबुल असर" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام الجواد علیه السلام
... اِنَّ لَهُ غَيْبَةٌ يَكْثُرُ اَيّامُها، وَ يَطْوُلُ اَمَدُها يَنْتَظِرُ خُرُوجَهُ الُمخْلِصُونَ وَ يُنْكِرُهُ الْمُرْتابُونَ
हज़रत इमाम जवाद अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
हज़रत इमाम ए ज़माना अ.स. की गै़बत के दिन
ज़्यादा और उसकी मुद्दत लंबी है (तूलानी है) बस इस दौरान मुख्लिस लोग इनके ज़ोहुर के मुंतज़ीर
और शक़ में मुबतेला लोग इनके मुंकीर होंगे,
मुंतखबुल असर,पेंज 224