हौजा न्यूज एजेंसी के अनुसार, ईरान की इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली ख़ामेनई ने नमाज़ के दौरान बचे हुए खाने को निगलने से संबंधित पूछे गए सवाल का जवाब दिया है। जो लोग शरई अहकाम मे दिल चस्पी रखते है हम उनके लिए पुछे गए सवाल और उसके जवाब का पाठ पेश कर रहे है।
प्रश्न: यह देखते हुए कि नमाज़ के दौरान खाने पीने से नमाज़ बातिल हो जाती है, तो क्या नमाज़ के दौरान बचे हुए खाने को मुंह में निगलना या बची हुई मिठाई आदि को चूसना जायज़ है?
उत्तर: मुंह के किनारों पर रह गए भोजन के कण निगलने या मिठाई या चीनी आदि के कण, जो मुंह में थोड़ी मात्रा में मौजूद होते हैं, को चूसने से नमाज़ नहीं टूटती है।