۱۵ تیر ۱۴۰۳ |۲۸ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 5, 2024
مولانا وصی حسن خان

हौज़ा/हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन मौलाना वसी हसन खान ने कहा कि कर्बला में हज़रत इमाम हुसैन की शहादत ने हक और बातिल की पहचान कराई जिस तरह से हक की खातिर इमाम हुसैन सहित 72 लोगों ने शहादत देकर दीने इस्लाम को बचाया है आज उसी पर चलने की ज़रूरत है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,जौनपुर,नगर के बलुआघाट स्थित मकबूल मंज़िल में मौलाना सैयद मकबूल अहमद मरहूम क़िब्ला मुफस्सिरे कुरआन की याद में पांच दिवसीय मजलिसों का आयोजन किया गया।

पहली मजलिस बुधवार की रात्रि मौलाना वसी हसन खां फैजाबाद ने पढ़ी उन्होंने कहा कि कर्बला में हज़रत इमाम हुसैन की शहादत ने हक और बातिल की पहचान कराई। जिस तरह से हक की खातिर इमाम हुसैन सहित 72 लोगों ने शहादत देकर दीने इस्लाम को बचाया है आज उसी पर चलने की जरूरत है।

हमें ये देखना जरूरी है कि अपने मां बाप की खिदमत के साथ साथ लोगों की मदद भी करना चाहिए क्योंकि दीने इस्लाम सिखाता है इससे पूर्व सोजखानी सैयद समर रज़ा जै़दी व उनके हमनवां ने पढ़ी।

पेशखानी नजफ आब्दी व खुमैनी अफाकी ने किया दूसरी मजलिस गुरूवार की रात्रि मौलाना मोहम्मद मोहसिन प्रिसिंपल वसीका अरबी कॉलेज फैजाबाद ने पढ़ा।

उन्होंने कहा कि हजरत मोहम्मद मुस्तफा स.अ. के नवासों ने जिस तरह से दीने इस्लाम को परवान चढ़ाया है उसपर हम सभी को चलने की जरूरत है लोगों को चाहिए कि वे अपने आसपास व खानदान के लोगों की मदद करें और खुम्स ज़कात निकालकर जिसका हक है उसे अदा करें।

इससे पूर्व सोजखानी मरहूम नजर हसन एडवोकेट के हमनवां मेंहदी जैदी व हमनवां ने पढी पेशखानी नातिक गाजीपुरी व एहतेशाम जौनपुरी ने किया संचालन डॉ.शोहरत जौनपुरी ने किया इस मौके पर बड़ी संख्या में मोमिनीन उपस्थित हुए।

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