۱۳ تیر ۱۴۰۳ |۲۶ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 3, 2024
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हौज़ा/ हज़रत इमाम मोहम्मद बाकिर अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में दीनी भाई का सामना मुस्कुरा कर करने कि ताकिद कि हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को " बिहारूल अनवार" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:

قال الامام الباقر علیہ السلام

تَبَسُّمُ الرَّجُلِ في وَجهِ أخيهِ المُؤمِنِ حَسَنَةٌ


हज़रत इमाम मोहम्मद बाकिर अलैहिस्सलाम ने फरमाया:


मोमिन भाई के सामने मुस्कुराना भी नेकी (भालाई)हैं।
बिहारूल अनवार,भाग 74,पेंज 288

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