हौजा न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, हुज्जतल इस्लाम वल मुस्लेमीन मौलाना सैयद अबुल क़ासिम रिज़वी इमाम जुमा मेलबर्न ऑस्ट्रेलिया, जो ऑस्ट्रेलिया के शिया उलेमा परिषद के अध्यक्ष भी हैं, ने एक बयान में कहा कि दुनिया भर में होने वाले आतंकवाद के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका, इज़राइल और उनका बगल बच्चा सऊदी अरब है।
उन्होंने कहा कि मानव अधिकारों के उल्लंघन के संबंध में सऊदी शासकों का रिकॉर्ड बहुत खराब है। आज दुनिया मे मृत्युदंड का कानून समाप्त हो रहा है या उसे समाप्त करने की बात मानव अधिकार के चैमपियन करते है जो सऊदी अरब के समर्थक है उन्हे यह क्यों दिखाई नहीं देता हैं? एक दिन में 81 लोगों का सिर काटना मानव इतिहास की सबसे खराब घटना है।
हम इसकी निंदा करते हैं और इससे अधिक इस तथ्य की निंदा करते हैं कि मीडिया चुप है। मीडिया इस अपराध और ऐसे सभी अपराधों में समान रूप से शामिल है। हम इस घटना की निंदा करते हैं और मांग करते हैं कि सऊदी सरकार को वैश्विक न्यायालय मे खड़ा किया जाए। शासकों को बाहर किया जाए और उन्हें सज़ा देनी चाहिए।
गौरतलब है कि कल जैसे ही सऊदी अरब में 81 लोगों को फांसी दिए जाने की खबर आई, ऑस्ट्रेलिया के समाचार चैनलों और समाचार पत्रों ने इस खबर की मौलाना के निंदनीय बयान को प्रसारित और प्रकाशित किया। साथ ही 2016 मे शहीद बाकिर अल निम्र की शहादत के बाद आस्ट्रेलिया के दारूल खिलाफा कैंबरा मे होने वाले विरोध प्रदर्शन की तस्वीरे प्रकाशित की और मौलाना सैयद अबुल कासिम रिज़वी के नेतृत्व में होने वाले विरोध प्रदर्शन जो आस्ट्रेलिया के इतिहास मे सबसे बड़ा विरोध प्रदर्शन था जो सऊदी दूतावास के बाहर किया गया था समाचार पत्रो ने लिखा इसी प्रकार एक बार फिर इतनी बड़ी संख्या में एक संप्रदाय के लोगों के सिर काट दिए गए और इसकी कड़ी निंदा की गई।