सोमवार 29 अगस्त 2022 - 07:41
शरई अहकाम: नाफ़ेला नमाज़ के बजाय नमाज़े जाफ़र ए तय्यार पढ़ना

हौज़ा / ईरान की इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली ख़ामेनई ने नाफ़ेला नमाज़ के बजाय नमाज़ जाफ़र ए तय्यार पढ़ने से संबंधित प्रश्न का उत्तर दिया है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, ईरान की इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली ख़ामेनई ने नाफ़ेला नमाज़ के बजाय नमाज़ जाफ़र ए तय्यार पढ़ने से संबंधित प्रश्न का उत्तर दिया है। जोलोग शरई अहकाम मे दिलचिस्पी रखते है हम उनके लिए पूछे गए प्रश्न और उसके उत्तर का पाठ उल्लेख कर रहे है। 

सवाल: क्या नवाफ़िल की जगह नमाज़े जाफ़रे तय्यार पढ़ी जा सकती है? ये नमाज़ कितने नवाफ़ल की जगह शुमार होगी?

उत्तर: उपरोक्त नमाज़ जोकि चार रकअत है (दो रकअत वाली दो नमाज़े) नवाफ़िल की चार रकअतों की जगह शुमार हो सकती है।

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