शुक्रवार 2 मई 2025 - 12:18
शरई अहकाम | नवाफिल नमाज़ के स्थान पर नमाज़ ए जाफ़र तय्यार पढ़ना

हौज़ा/ उपरोक्त नमाज़, जो चार रकअत (दो रकअत की दो नमाज़ें) है, को नवाफिल की चार रकअत के विकल्प के रूप में माना जा सकता है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी |

प्रश्न: क्या नवाफिल की जगह नमाज़ ए जाफ़र तय्यार पढ़ी जा सकती है? इस नमाज़ को कितनी नवाफिल नमाज़ों के विकल्प के रूप में गिना जाएगा?

उत्तर: उपरोक्त नमाज़, जो चार रकअत (दो रकअत की दो नमाज़ें) है, को नवाफिल की चार रकअत के विकल्प के रूप में माना जा सकता है।

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