हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, ईरान की इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली ख़ामेनई ने बैंक डिपॉज़िट पर ब्याज लेने से संबंधित पूछे गए प्रश्न का उत्तर दिया है।जो लोग शरई मसाइल मे दिल चस्पी रखते है हम उनके लिए पूछे गए प्रश्न और उसके उत्तर के जवाब का पाठ प्रस्तुत कर रहे है।
प्रश्न: मैंने कुछ राशि बैंक में निवेश के रूप में जमा कर रखी है और हर महीने कुछ राशि ब्याज के रूप मे प्राप्त करता हूं। बैंक का कहना है कि पूंजी का उपयोग विभिन्न जायज़ व्यापार और आर्थिक मामलों में किया जाता है, साथ ही प्राप्त लाभ अलग-अलग दिनों में अलग-अलग होता है, क्या इस काम में शरई रूप से कोई समस्या तो नहीं है?
उत्तर: यदि बैंक में जमा इस तरह से हो कि जमाकर्ता बैंक को सभी अधिकार दे दे, यहां तक कि कार्य की प्रकृति का चुनाव और लाभ में उसके हिस्से का निर्धारण वकालत के तहत बैंक को सौंप दिया हो तो इस डिपॉज़िट और हलाल शरई मामलात मे लगाए गए धन से प्राप्त होने वाला लाभ सही है।