۱۳ تیر ۱۴۰۳ |۲۶ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 3, 2024
سجدہ

हौज़ा/ऐसा इंसान खड़े हो कर नमाज़ शुरू करे और अगर मुमकिन हो तो आम हालात की तरह से रुकू करे और सज्दे के लिए कुर्सी पर बैठ जाए और मेज़ वग़ैरा की मदद से, जिसे वह अपने सामने रखेगा, सज्दा करे, अलबत्ता सज्दा करते हुए अपने हाथों को मेज़ पर रखने के साथ ही अगर मुमकिन हो तो अपने पैरों के अंगूठे को भी ज़मीन पर रखे,

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई से पूछे गए सवाल का जवाब दिया हैं।जो शरई मसाईल में दिलचस्पी रखते हैं,उनके लिए यह बयान किया जा रहा हैं।


सवाल: जो शख़्स ज़मीन पर सज्दा नहीं कर सकता, क्या वो कुर्सी पर बैठ कर क़याम रुकू और सज्दे कर सकता है?

जवाबः ऐसा इंसान खड़े हो कर नमाज़ शुरू करे और अगर मुमकिन हो तो आम हालात की तरह से रुकू करे और सज्दे के लिए कुर्सी पर बैठ जाए और मेज़ वग़ैरा की मदद से, जिसे वह अपने सामने रखेगा, सज्दा करे, अलबत्ता सज्दा करते हुए अपने हाथों को मेज़ पर रखने के साथ ही अगर मुमकिन हो तो अपने पैरों के अंगूठे को भी ज़मीन पर रखे।

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