हौज़ा न्यूज़ एजेंसी
तफसीर; इत्रे क़ुरआन: तफ़सीर सूर ए बकरा
بسم الله الرحـــمن الرحــــیم बिस्मिल्लाह हिर्राहमा निर्राहीम
وَلَقَدْ أَنزَلْنَا إِلَيْكَ آيَاتٍ بَيِّنَاتٍ ۖ وَمَا يَكْفُرُ بِهَا إِلَّا الْفَاسِقُونَ वलक़द अनज़लना इलैका आयातिन बय्येनातिन वमा यकफ़ोरो बेहा इल्लल फ़ासेकून (बकरा 99)।
अनुवाद- हमने तुम्हारी ओर स्पष्ट निशानियाँ उतारी हैं और उनका इनकार अवज्ञाकारियों के सिवा कोई नहीं करेगा।
क़रआन की तफ़सीर:
1️⃣ इस्लाम के पैगंबर की नबूव्वत की सत्यता के लिए बहुत स्पष्ट और उज्ज्वल सबूत और चमत्कार हैं।
2️⃣ पवित्र पैगंबर (स) के खिलाफ यहूदियों का आरोप यह है कि उनके (स) के पास रिसालत की सच्चाई के लिए स्पष्ट और उज्ज्वल कारण और प्रमाण नहीं हैं।
3️⃣ पवित्र कुरान में, पैगंबर (स) के रिसालत की सत्यता के बारे में आयते और स्पष्ट प्रमाण हैं।
4️⃣ केवल अत्याचारी (धर्मभ्रष्ट लोग) हैं जो पवित्र कुरान और उसके स्पष्ट तर्कों को स्वीकार नहीं करते हैं और उसमें विश्वास नहीं करते हैं।
5️⃣ अवज्ञा और अवहेलना अल्लाह की आयतों के खंडन और विश्वास की नींव के नुकसान की ओर ले जाती है।
6️⃣ कुरान और इस्लाम के पैगंबर (स) के प्रमाणों का खंडन अवज्ञा और अवहेलना का प्रमाण है।
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तफसीर राहुनमा, सूर ए बकरा
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