हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "बिहारूल अनवार ,,पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
:قال رسول الله صلی الله علیه وآله وسلم
صَلاةُ اللَّيْلِ سِراجٌ لِصاحِبِها فِى ظُلْمَةِ الْقَبْرًِ
हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने फरमाया:
नमाज़ ए शब कब्र के अंधेरे को,अपने पढ़ने वालों के लिए चिराग (नूर का सामान )बनती हैं
बिहारूल अनवार,भाग 87,पेंज 161