हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "बिहारूल अनवार,,पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام الحسن العسکری علیه السلام
مِنَ التَواضُعِ السَّلامُ عَلى كُلِّ مَنْ تَمُرُّ بِهِ، وَ الْجُلُوسُ دُونَ شَرَفِ الْمَجْلِسِ
हज़रत इमाम हसन अस्करी अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
पास से गुज़रने वाले आदमी को सलाम करना, और मुकाम और मंज़िलात से कमतर मुकाम पर बैठ जाना शालीनता और विनम्रता की अलामत हैं।
बिहारूल अनवार,9/372/78