हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, हौज़ा ए इल्मीया नजफ़ अशरफ़ के प्रसिद्ध शिया आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली सीस्तानी ने अज़ादारी के जुलूसो मे तब्ल और बूक़ और इन्ही जैसे उपकरणो के बजाने के संबंध मे पूछे गए सवाल का जवाब दिया है। जो लोग शरई मसाइल मे दिल चस्पी रखते है हम उनके लिए पूछे गए सवाल और उसके जवाब का पाठ बयान कर रहे है।
प्रश्न: अज़ादारी के जुलूसो मे तब्ल, बूक़ और इसी तरह के अन्य उपकरणों का उपयोग करने का क्या हुक्म है?
उत्तर: इन वाद्ययंत्रों को अज़ादारी के जुलूस में सुप्रसिद्ध तरीके से उपयोग करना जायज़ है, यदि यह गायन सभा के लिए उपयुक्त न हो।